loading...
loading...

सर्दी-खांसी ही नहीं कैंसर में भी हल्दी है कारगर


हेल्दी है हल्दी
वैसे तो हम सभी दादी-नानी से हल्दी के सेहतकारी गुणों के बारे में वर्षों से सुनते आए हैं। भारतीय समाज में हल्दी को बहुत से शुभ कार्र्यो में भी प्रयोग किया जाता है।
-झांइयां दूर करने के लिए पिसी हल्दी में खीरे या नींबू का रस मिलाकर 15 मिनट तक चेहरे पर लगाएं।
-हल्दी रक्तसंचार को सही रखने में भी मदद करती है। साथ ही ये रक्त कणिकाओं (ब्लड सेल्स) को भी मजबूत बनाती है।
-हल्दी डायरिया से भी बचाती है। अध्ययनों के अनुसार हल्दी के सेवन से बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं।
-हल्दी का सेवन दर्द और मोच में भी लाभकारी है।
-अध्ययनों के अनुसार हल्दी का सेवन करने से हृदयरोगों से भी बचाव होता है।
-घर में जहां पर कीड़ों-मकोड़ों का प्रकोप हो वहां पर हल्दी पाउडर मिला पानी छिड़क देने से वे भाग जाते हैं।
हल्दी के औषधीय गुणों के बारे में यूं तो सभी जानते हैं। सर्दी, खांसी, चोट, कटने पर हल्दी बड़ा ही कारगर औषधी है, लेकिन अब हल्दी के एक और गुण के बारे में पता चला है। कोलकाता के चिकित्सक व विशेषज्ञों ने इस खोज निकाला है। पता लगा है कि यह महिलाओं में सर्विकल कैंसर का कारण ह्यूमन पापिलोमा वायरस संक्रमण का इलाज करने और उसे रोकने में भी कारगर है। चिलरंजन नेशनल कैंसर इंस्टीटयूट के चिकित्सकों व शोधकर्ताओं ने यह दावा किया है।
सीएनसीआइ ने इस संबंध में पाच वर्ष तक शोध किया। इस शोध में उन 400 महिलाओं को शामिल किया गया जो सर्विकल कैंसर से पीड़ित थीं या जिनके नमूने ह्यूमन पापिलोमा वायरस (एचपीवी) के लिए सकारात्मक पाए गए। यह वायरस सर्विकल कैंसर का मुख्य कारण है।
अनुसंधान करने वाले वैज्ञानिक पार्थ बसु ने कहा, 'हमने हल्दी के एक तत्व करक्यूमिन को निकाला जो विषाणु रोधी है और जिसमें एचपीवी से लड़ने के गुण हैं।' संस्थान के निदेशक जयदीप बिस्वास ने कहा कि जिन महिलाओं के नमूने एचपीवी के लिए सकारात्मक पाए गए उन्होंने करक्यूमिन को एक क्रीम की तरह लगाया या इसके कैप्सूल खाए।
उन्होंने कहा,'कुल 280 महिलाओं को करक्यूमिन दिया गया जबकि शेष महिलाओं को किसी भी रूप में करक्यूमिन नहीं दिया गया। अध्ययन में यह पाया गया कि करक्यूमिन लेने वाली महिलाओं का एचपीवी संक्रमण दूर हो गया और संक्रमण फैलने से भी रक गया।'

Theme images by konradlew. Powered by Blogger.