महिलाओं को गुप्तरोग का खतरा
महिलाओं को गुप्तरोग का खतरा
स्त्रियों में गुप्तरोग और जननेंद्रियों के लक्षण करीब करीब एक जैसे होते है। इसलिए इस बात को समझ पाना आसान नहीं होता कि यह गुप्तरोग है या कुछ और। गुप्तरोग कि संभावनाए महिलाओं इस प्रकार से हो सकती है-
- गुप्त अंगों पर छाले
- गुप्त अंगों पर फोड़े
- गुप्त अंगों कि नागिन, बारिक पानी भरी फोडीयाँ
- जाँघों में गाँठ
- योनी से सफ़ेद बदबूदार स्त्राव
- पेट के निचले हिस्से में दर्द
- माहवारी के समय अत्यधिक दर्द, और खून का स्त्राव
- योनी में और बच्चा दानी में दर्द
- गुप्त अंगों पर मस्से
- गुप्त अंगों पर खुजली
- तो नजदीकी आयुर्वेदिक चिकित्सालय या हॉस्पिटल से संपर्क के
अगर महिला गर्भवती हो तो गुप्तरोगो के फैलने का खतरा बच्चे में भी हो सकता है। इसलिए अगर अगर आप माँ बनने से पहले अपनी सम्पूर्ण जांच करवा ले तो बच्चे को संक्रमित रोग से बचाया जा सकता है। सीजेरियन के जरिये अगर बच्चे का जन्म होता है और अगर गर्भ से हि माँ को सही चिकित्सा मिली हो तो यह बीमार बच्चों में फैलने से बच सकती है।
ऐसे समय माँ को और भी चौकान्य रहने कि जरुरत होती है क्यूंकि माँ के दूध से भी बच्चे में गुप्तरोग होने कि संभावनाए बढ़ जाती है। और जैसा कि हम जानते हि है कि माँ का दूध बच्चे के लिए कितना जरुरी है, इसलिए बच्चे को जरुरत से ज्यादा केयर कि जरुरत पढ़ती है। ताकि बच्चे का पोषण स्वास्थ्य ठीक रह सकें।