गुजरात की आनंदीबेन सरकार को 'हिलाकर' रख दिया 21 साल के इस शख्स ने!
अहमदाबाद : यह नेता कुछ हटकर है। 21 साल के हार्दिक पटेल को देखकर लगता ही नहीं कि वह कोई नेता हैं। कुर्ते पायजामे की जगह जीन्स और शर्ट पहनने वाले हार्दिक पटेल गुजरात के ऐसे नेता बनकर उभरे हैं जिन्होंने आनंदीबेन पटेल सरकार को 'हिलाकर' रख दिया है।
किस आंदोलन के अगुवा हैं हार्दिक...
पिछले 42 दिनों से राज्य में पटेल समुदाय के लोग स्कूल कॉलेजों में एडमिशन में और सरकारी नौकरियों में रिजर्वेशन की मांग करते हुए सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। इस आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं हार्दिक पटेल जिनका कहना है कि वह किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े हैं। हालांकि उनके पिता सत्तारुढ़ बीजेपी से जुड़े हैं।
राइफल, तलवार और पिस्तौल जैसे हथियारों से लैस?
यूट्यूब पर अपलोड किए गए एक वीडियो में राइफल, तलवार और पिस्तौल जैसे हथियारों के साथ भाषण देते हुए दिखते रहे हैं। एक बैनर पर लिखा है- 'जय सरदार'। ऐसा लगता है कि यह 'जय सरदार' सरदार वल्लभभाई पटेल के लिए है। हार्दिक कहते हैं, 'ये हथियार किसी गैरकानूनी गतिविधि के लिए नहीं हैं। इनका केवल यह सांकेतिक महत्व हैं कि मेरे समुदाय को उत्पीड़न से बचाना है।'
17 साल की उम्र में हार्दिक ने अहमदाबाद में अपने कॉलेज में 'पाटीदार अनामत संगठन' के जरिए आंदोलन शुरू किया था जिसका लक्ष्य पटेल कम्युनिटी के हितों की रक्षा करना था। अब यह आंदोलन सिर्फ कॉलेज आंदोलन नहीं रहा बल्कि बड़े पैमाने पर चल रहा एक आंदोलन बन गया है।
'नहीं बख्शेंगे बीजेपी को भी अगर...'
हार्दिक कहते हैं कि बीजेपी का वोटबैंक पटेल समुदाय रहा है लेकिन अब वह इसे हल्के में न ले। वह कहते हैं, 'जब कांग्रेस को खदेड़ा गया तब पटेल समुदाय ने इसमें अग्रणी भूमिका निभाई। लेकिन अगर हमारे साथ न्याय नहीं हुआ तो कमल (बीजेपी) के साथ भी 2017 में यही किया जाएगा।
सरकार और आंदोलनकारियों के साथ बेनतीजा बैठक...
हार्दिक पटेल के साथ युवा का काफी सपोर्ट है और इससे पटेल आंदोलन को काफी बल मिला है। मंगलवार को अहमदाबाद में अगली रैली होनी है। अगले महीने निकाय चुनाव होने हैं और इस आंदोलन के चलते बीजेपी परेशानी में है। अब तक दोनों पक्षों के बीच हुई बातचीत बेनतीजा रही है