प्याज़ की कीमत में 400 प्रतिशत का उछाल
उत्तरी महाराष्ट्र में मौजूद एशिया की सबसे बड़ी प्याज़ मंडी लसलगांव में प्याज़ 60 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. इस मंडी में पिछले साल इसी समय एक किलो प्याज़ की कीमत 15 रुपये के आसपास थी.
ऐसे में प्याज़ के दाम में क़रीब 400 प्रतिशत का उछाल आया है. विशेषज्ञ, किसान और व्यापारियों का कहना है कि फरवरी और मार्च में हुई ओलावृष्टि की वजह से प्याज़ की फसल को बहुत अधिक नुकसान हुआ है.
आंकड़ों के मुताबिक देश भर में इस साल जुलाई में 40 लाख टन प्याज़ का भंडारण हुआ था, जिसमें 50 फीसदी खत्म हो चुका है और लगभग 16-17 लाख टन प्याज़ शेष बचा हुआ है.
राष्ट्रीय राजधानी में प्याज़ 70-80 रुपए प्रति किलो बिक रहा है, जबकि एक महीने पहले ही इसकी कीमत 25 रुपए प्रति किलो थी.
चंडीगढ़, शिमला तथा इससे जुड़े इलाकों में प्याज़ 70 रुपये प्रति किलोग्राम और इससे भी ज्यादा कीमत पर बिक रहा है.
वहीं दूसरी दिल्ली सरकार ने लोगों को राहत दिलाने की कवायद शुरू कर दी है. दिल्ली सरकार का दावा है कि प्याज़ से भरी 25 गाड़ियां अलग-अलग इलाकों के लिए रवाना की गई हैं.
दिल्ली सरकार का कहना है कि प्याज़ का पूरा स्टॉक है.
पड़ोसी मुल्कों में प्याज़ का हाल
दक्षिण एशियाई देशों में भी प्याज़ की कीमतें भारतीय मुद्रा के अनुसार काफी ज़्यादा हैं. हालांकि पाकिस्तान में इसके दाम ज़्यादा नहीं हैं.
लेकिन बांग्लादेश में प्याज़ की कीमत 100 रुपये के आंकड़े को पार कर गई है