स्तन कैंसर (Breast Cancer)
स्तन कैंसर (Breast Cancer)
स्तन कैंसर पश्चिमी देशों की औरतों के मुकाबले भारतीय महिलाओं को कम उम्र में शिकार बना रहा है। भारतीय औरतों में स्तन कैंसर होने की औसत उम्र लगभग 47 साल है जो कि पश्चिमी देशों के मुकाबले 10 साल कम है । यह जानकारी इण्डियन जरनल ऑफ कैंसर में हाल ही में प्रकाशित हुई है। हालांकि यूरोप या अमेरिका के मुकाबले भारत में स्तन कैंसर के मामले कम हैं लेकिन जिस तरह से इनकी संख्या बढ़ रही है वह चिन्ताजनक है।
भारत में हर साल लगभग 1,00,000 महिलाओं को स्तन कैंसर होने का पता चलता है। इंटरनैशनल एजेंसी फॉर रिपोर्टस् इन कैंसर की रपट के अनुसार यह आंकड़ा दोगुना हो सकता है और साल 2015 तक 2,50,000 तक भी पहुंच सकता है।
यह रिपोर्ट बताती है कि भारत की 22 में से एक महिला को अपने जीवनकाल में स्तन कैंसर से ग्रस्त होने का जोखिम रहता है।
यह रिपोर्ट बताती है कि भारत की 22 में से एक महिला को अपने जीवनकाल में स्तन कैंसर से ग्रस्त होने का जोखिम रहता है।
महानगरों व शहरों में रहने वाली औरतों के बीच स्तन कैंसर के मामले अधिक होते हैं। ग्रामीण भारत में भी स्तन कैंसर के मामले होते हैं लेकिन वे प्रकाश में नहीं आ पाते। स्तन कैंसर जल्द ही भारत में महिलाओं का सबसे बड़ा कैंसर बन सकता है तथा इसके मरीजों की तादाद गर्भाशय के कैंसर के रोगियों को पीछे छोड़ देगी।
समय पर स्तन कैंसर का कैसे पता लगाएं
(1) खुद स्तन की जांच करना
महिलाएं खुद हर महीने स्तन की जांच करें कि उसमें कोई गांठ तो नहीं है।
(2) विशेषज्ञ से या हमसे सलाह करें
यदि किसी महिला को सन्दिग्ध गांठ या वृद्धि का पता चलता है तो तुरंत इसका इलाज कराएँ
(3) मैमोग्राफी
महिलाएं खुद हर महीने स्तन की जांच करें कि उसमें कोई गांठ तो नहीं है।
(2) विशेषज्ञ से या हमसे सलाह करें
यदि किसी महिला को सन्दिग्ध गांठ या वृद्धि का पता चलता है तो तुरंत इसका इलाज कराएँ
(3) मैमोग्राफी
स्तन कैंसर के सामान्य लक्षण:
• स्तन में गांठ पड़ना जो दर्दरहित होती है लेकिन धीरे धीरे बढ़ती जाती है।
• निप्पल का आकार बिगड़ना
• निप्पल से खून आना, लाल पड़ना या सूजन
• स्तन का बड़ा होना
• बगल में सूजन होना
• निप्पल का आकार बिगड़ना
• निप्पल से खून आना, लाल पड़ना या सूजन
• स्तन का बड़ा होना
• बगल में सूजन होना