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सन्तति निरोध(गर्भ निरोधक दवाई) (BIRTH CONTROL)

सन्तति निरोध (BIRTH CONTROL)

परिचय:

बढ़ती हुई जनसंख्या और स्त्री के गर्भ को ठहरने से रोकने के लिए करने वाले प्रयोग को सन्तति निरोध कहते हैं।

चिकित्सा:

1. धनिया: आधा से 4 ग्राम की मात्रा में धनिये का सेवन करने से स्त्री को गर्भ नहीं ठहरता है। ध्यान रहे कि धनिये का अधिक मात्रा में सेवन करने से आदमियों की कामशक्ति (सेक्स पावर) कम होती है और स्त्री का मासिकधर्म आना बंद हो जाता है जो दोनों अवस्था में हानिकारक होता है।
10 ग्राम की मात्रा में स्त्री को उसकी इच्छा पर सुबह और शाम धनिया खिलाने से उसका मासिकधर्म आना बंद हो जाता है। ध्यान रहें कि शहद और दालचीनी धनिये के दोषों को दूर करने वाले होते हैं।

2. जबाद कस्तूरी: जबाद कस्तूरी को अपने लिंग पर लगाकर कर सहवास करें तो स्त्री का गर्भ नहीं ठहरता है और सहवास करने में प्रसन्नता की भी प्राप्ति होती है।

3. पानपान की जड़ को अच्छी तरह से पीसकर प्राप्त 20 ग्राम बारीक पाउडर में 3 कालीमिर्च को पीसकर बने चूर्ण को मिलाकर मासिकधर्म के आने के 4 दिन से लगभग 7 दिनों तक खाने से गर्भ नहीं ठहरता है।

4. पोदीना: पोदीने को सुखाकर बारीक पीसकर चूर्ण बनाकर रख लें। इस चूर्ण को स्त्री को संभोग करने से पहले लगभग 10 ग्राम की मात्रा में पानी के साथ पिलाने से स्त्री का गर्भ नहीं ठहरता है। ध्यान रहे कि जब गर्भाधान अपेक्षित हो तो इस चूर्ण का प्रयोग न करें।

5. लौंग1 लौंग को खुराक के रूप में स्त्री को खिलाने से गर्भ नहीं ठहरता है।

6. खटुआ नेपा: खटुआ नेपा की जड़ और पत्तियों को मिलाकर काढ़ा बनाकर रख लें। इस काढ़े को एक कप की मात्रा में 1 दिन में सुबह-शाम पिलाकर सहवास (संभोग) करने से स्त्री को गर्भ नहीं ठहरता है।

7. फिटकरी : फिटकरी और नौसादर को बराबर मात्रा में अच्छी तरह पीसकर लेप बना लें। फिर इस लेप में रूई को डालकर रख दें। इस रूई को सहवास करने से पहले स्त्री की योनि में थोड़ी देर रखकर उसके बाद हटाकर सहवास (संभोग) करने से स्त्री को गर्भधारण नहीं होता हैं।
फिटकरी, नौसादर और सुहागे को पीसकर चूर्ण बनाकर बेसलीन में मिलाकर लेप कर योनि के भीतर रखकर निकल दें। इसके थोड़ी देर बाद सहवास (संभोग) करने से गर्भ ठहर नहीं पाता है।

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