जुएं मारने के लिए दवाओं
जरूरी नहीं कि जुएं मारने के लिए दवाओं का
प्रयोग किया जाए. घरेलू औषधियों से भी इन्हें समाप्त
किया जा सकता है.
अगर स्कूल से शिकायत आ रही है कि आपके बच्चे
के सर में जुएं हैं, तो घबराएं नहीं क्योंकि जूं कोई
बीमारी नहीं
फैलातीं और इन पर काबू किया जा सकता है. सिरके से
बाल धोने से फायदा होता है.
जुओं को मारने के लिए ऐसी चीजों का
इस्तेमाल किया जाता है जिनसे उनका दम घुट सके. प्याज का रस
निकाल कर दस मिनट के लिए बालों में लगाएं. इसी तरह
मूली के रस का भी प्रयोग किया जा सकता
है.
पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल आम तौर पर तो होंठों और
त्वचा को खुश्की से बचाने के लिए किया जाता है, पर
बालों में लगा कर जुओं से मुक्ति मिल सकती है. रात में
बालों में वैसलीन लोशन लगा कर सोएं और सुबह बाल
धोने से पहले कंघी कर जुएं हटा लें.
नीम का तेल बहुत असरदार होता है. रात में तेल लगा
कर सोएं और सुबह हल्के गर्म पानी से सर धो लें.
निंबोलियों को पीस कर इन्हें भी लगाया जा
सकता है. इससे और भी जल्दी असर
होगा. जैतून का तेल भी जुओं को मारता है.
नींबू के रस में पिसा हुआ लहसुन और बादाम मिला लें.
इसे एक घंटे तक रखें और फिर गुनगुने पानी से बाल धो
लें. इस मिश्रण में दही भी मिला सकते
हैं.
सिर्फ जुएं मारना ही काफी
नहीं है, उन्हें बालों से निकलना भी
जरूरी है. कोई भी तरीका
अपनाएं पर जुओं वाली कंघी इस्तेमाल
करना ना भूलें. अगर घर में किसी के सर में जुएं हैं तो
उस व्यक्ति की कंघी और तौलिया इस्तेमाल
ना करें.
एक महीने में एक जूं 50 से 150 तक अंडे दे
सकती है. दस दिन के भीतर इन अंडों में
से जुएं निकलने लगती हैं जो खून पी कर
जिंदा रहती हैं. इसलिए सिर्फ जुओं से ही
नहीं, अंडों से भी मुक्ति पाना
जरूरी है.
अगर बच्चे के सर में जुएं हैं, तो कुछ दिन उसे स्कूल ना भेजें
ताकि बाकी बच्चों में वे ना फैल सकें. इसी
तरह अगर किसी और बच्चे के बारे में पता चलता है,
तो उसके माता पिता को जरूर आगाह करें.
कुछ लोगों का मानना है कि सेल्फी के कारण
भी जुएं फैल सकती हैं. हालांकि इसके
कोई प्रमाण नहीं हैं लेकिन हो सके तो सर से सर
मिलाने से बचें.