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नींद न आना (अनिद्रा) के कारण और इलाज (Sleeplessness, Insomnia)


नींद न आना (अनिद्रा)
(Sleeplessness, Insomnia)

परिचय :
नींद न आना अपने आप में कोई रोग नहीं है बल्कि यह अन्य रोग व मानसिक परेशानी की प्रतिक्रिया है। नींद न आने की शिकायत लगातार कुछ सोचने,
मानसिक तनाव , चिन्ता, भय , पेट में कब्ज, अत्यधिक थकावट , असामान्य बीमारी आदि के कारण होती है। कुछ लोग इस अवस्था में नींद की गोलियां ले लेते हैं। ऐसा कभी नहीं करना चाहिए क्योंकि प्रारम्भ में नींद तो आ जाती है परन्तु कुछ दिनों बाद नींद की गोलियां मन को सहज हो जाती है। अत: यह अपना प्रभाव डालना बन्द कर देती है।
अनिद्रा रोग 7 प्रकार का बताया गया है-
1. अनिद्रातिरेक अर्थात ऐसे रोगी जो रात में जागते रहते हैं और उन्हें नींद बिल्कुल भी नहीं आती है।
2. अनिद्रा रोग से पीड़ित वह रोगी जो नींद की गोलियों का इस्तेमाल करते हैं और शराब पीते हैं या अन्य
नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं।
3. कुछ ऐसे भी रोगी होते है जिन्हें बचपन से ही नींद नहीं आती है।
4. ऐसे लोग जो अधिक चिन्ता करते है और हर समय मानसिक परेशानियों से पीड़ित रहते हैं उन्हें भी अनिद्रा का रोग हो जाता है।
5. निद्रापस्मार अर्थात ऐसे रोगी जिन्हें बहुत नींद आती है और वह अधिक सोते हैं।
6. ऐसे रोगी जो सांस
सम्बंधी गड़बड़ी के कारण हमेशा परेशान रहते हैं और उन्हें नींद नहीं आती।
7. कुछ ऐसे भी रोगी होते हैं जिन्हें नींद में चलने , सोते समय दांत चबाने या मांसपेशी चलाने की आदत हो जाती है।
भोजन तथा परहेज :
रात में सोने से पहले मुंह, हाथ और पैर धोने चाहिए। नियमित समय से विश्राम करना चाहिए और सुबह
व्यायाम करना करना चाहिए। सोने से पहले दूध पीना चाहिए। दिन में हल्का खाना खाने के बाद
टहलना चाहिए। सेब का मुरब्बा खाने से नींद अच्छी आती है।
अनिद्रा से व्यक्ति को चिन्ता नहीं करनी चाहिए। रोगी को शाम को चाय या कॉफी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। दोपहर को नहीं सोना चाहिए तथा शराब
का सेवन नहीं करना चाहिए।
विभिन्न औषधियों से उपचार-
1. सरसों का तेल : रात को सोते समय पैरों के तलवों में सरसों के तेल की मालिश करने से गहरी नींद आती है।
2. पत्तागोभी : पत्तागोभी की सब्जी घी में बनाकर खाने से नींद की कमी दूर होती है।
3. दूध :
दूध से बना मेवा या खोया रात को सोते समय 50 ग्राम की मात्रा में खाने से नींद अच्छी आती है।
एक चम्मच घी और चीनी एक गिलास दूध में मिलाकर सोते समय पीने से नींद जल्दी आती है।
4. शहद :
1 चम्मच नींबू का रस और शहद मिलाकर रात को सोने से पहले पीने से नींद का न आना दूर होता है।
शहद या चीनी के शर्बत में पोस्तादाना को पीसकर घोलकर सेवन करने से नींद अच्छी आती है।
5. मकोय : कच्चे सूत से मकोय की जड़ को माथे पर बांधने अथवा बिजौरा नींबू सिरहाने में रखकर सोने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
6. बादाम :
घिया का तेल और बादाम रोगन मिलाकर सिर की मालिश करने से नींद अच्छी आती है।
बादाम रोगन, खसखस का तेल और काहू का तेल मिलाकर कनपटी पर मालिश करने से नींद न आना दूर होता है।
7. अजवायन : लगभग एक चौथाई से आधा ग्राम खुरासनी अजवायन का चूर्ण सुबह-शाम लेने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
8. पोस्तादाना : पोस्तादाना को अच्छी तरह से मिलाकर काढ़ा बनाकर नियमित रूप से लेने से नींद अच्छी आती है।
9. बेल : लगभग 10 ग्राम बेल की जड़ को पीसकर पानी में घोटकर सुबह-शाम रोगी को देने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
10. फरहद : लगभग 5 से 10 ग्राम फरहद की छाल का चूर्ण सुबह-शाम लेने से नींद अच्छी आती है।
11. सेब :
लगभग 10 से 20 ग्राम सेब के पेड़ की जड़ का चूर्ण सुबह-शाम खाने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
सेब का मुरब्बा खाने से नींद का न आना ठीक होता है। सेब खाकर सोने से नींद अच्छी आती है।
12. चौपतिया : वर्षा ऋतु में चौपतिया का साग नियमित रूप से खाने से अनिद्रा की तकलीफ दूर होती है।
13. वन्यकाहू :
लगभग 20 से 40 मिलीलीटर वन्यकाहू के बीजों का काढ़ा बनाकर पीने से नींद का न आना ठीक होता है।
वन्यकाहू के पौधे से प्राप्त दूध लगभग 1 से 2 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से अनिद्रा की शिकायत दूर होती है।
14. काकजंघा : काकजंघा की जड़ को सिर के बालों पर बांधने से बहुत अच्छी नींद आती है।
15. मेंहदी : वे व्यक्ति जिन्हें नींद कम आती हो उन्हें अपने तकिये में मेंहदी के सूखे फूलों को रखने से नींद अच्छी आती है।
16. रस : अमरूद, आलू, पालक, गाजर व सेब का रस मिलाकर पीने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
17. आम : रात को आम खाने और दूध पीने से नींद अच्छी आती है।
18. मकोय : मकोय की जड़ों का काढ़ा 10 से 20 मिलीलीटर लेकर इसमें गुड़ मिलाकर पीने से नींद का न आना दूर होता है।
19. मालकांगनी : मालकांगनी के बीज, सर्पगन्धा, जटामांसी और मिश्री समान मात्रा में लेकर पीस लें और यह 1 चम्मच की मात्रा में शहद मिलाकर खाएं। इससे अनिद्रा रोग में आराम मिलता है।
20. जटामांसी : सोने से एक घंटा पहले 1 चम्मच जटामांसी की जड़ का चूर्ण ताजा पानी से लेने से नींद का न आना दूर होता है।
21. जायफल : जायफल को जल या घी में घिसकर पलकों पर लेप की तरह लगाने से नींद का न आना ठीक होता है।
22. खोया : रात को सोते समय खोया खाने से नींद अच्छी आती है।
23. गाजर : प्रतिदिन एक गिलास गाजर का जूस पीने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
24. कलौंजी : रात को सोने से पहले आधा चम्मच कलौंजी का तेल और एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से गहरी और अच्छी नींद आती है।
25. अलसी : कासे की थाली में अलसी और एरण्ड की मींगी का तेल घिसकर आंख में लगाने से नींद अच्छी आती है।
26. शंखपुष्पी : शंखपुष्पी के पंचांग का चूर्ण बराबर मात्रा में मिश्री के साथ मिलाकर एक चम्मच की मात्रा में सुबह-शाम सेवन करने से धड़कन बढ़ने, कंपन, घबराहट, अनिद्रा में लाभ मिलता है।
27. कुचला : एक चम्मच पिप्पली की जड़ के चूर्ण में शुद्ध कुचला के बीज एक चौथाई ग्राम मिलाकर खाने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
28. अनार : अनार के ताजे पत्ते 20 ग्राम की मात्रा में लेकर 400 मिलीलीटर पानी में उबालें और जब यह 100 मिलीलीटर शेष रह जाए तो इसमें गर्म दूध मिलाकर पीएं। इससे शारीरिक व मानसिक थकावट मिटती है और अनिद्रा रोग दूर होता है।
29. पानी : सोने से पहले 5 से 10 मिनट तक गर्म पानी में पैरों को रखने से अनिद्रा रोग दूर होता है। गर्मी में ठंड़े पानी से और सर्दी में गर्म पानी से पैर धोकर सोने से भी गहरी नींद आती है।
30. एरण्ड : अंकुरित एरण्ड को बारीक पीसकर इनमें थोड़ा सा दूध मिलाकर कपाल तथा कान के पास लेप करने से अनिद्रा दूर होती है।
31. बैंगन : कोमल बैंगन को अंगारों पर सेंककर शहद में मिलाकर शाम के समय खाने से रात को नींद अच्छी आती है।
32. अफीम - पीपलामूल के चूर्ण और गुड़ बराबर लेकर एक चम्मच की मात्रा बना लें और इसमें एक चौथाई ग्राम से भी कम अफीम मिलाकर रात को सोते समय सेवन करें। इससे नींद का न आना दूर होता है।
33. असरोल : लगभग एक चौथाई ग्राम असरोल की जड़ को पीसकर रात को सोते समय लेने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
34. खसखस : लगभग 3-3 ग्राम खसखस के बीज और बादाम की गिरी को पीसकर चीनी मिलाकर सुबह-शाम खाने से नींद का न आना रोग ठीक होता है।
35. दालचीनी : लगभग 125 मिलीलीटर पानी में लगभग 3 ग्राम दालचीनी को खूब उबालें और इसे छानकर 3 बताशे मिलाकर हल्का गर्म करके सुबह के समय पीने से नींद अच्छी आती है।
36. खमीरा : खमीरा और खसखस लगभग 6-6 ग्राम की मात्रा में लेकर पीसकर पानी के साथ प्रतिदिन सुबह लेने से नींद अच्छी आती है।
37. बनफसा : बनफसा और खमीरा लगभग 6-6 ग्राम की मात्रा में सोते समय रात को लेने से नींद अच्छी आती है।
38. बरशाशा : लगभग 2 ग्राम बरशाशा रात को सोते समय लेने से नींद अच्छी आती है।
39. सौंफ :
लगभग 500 मिलीलीटर पानी में लगभग 10 ग्राम सौंफ को उबालें और चौथाई पानी रहने पर इसे छानकर 250 ग्राम दूध और 15 ग्राम घी व स्वादानुसार चीनी मिलाकर रात को सोते समय पीएं। इससे नींद का न आना दूर होता है।
लगभग 5-5 ग्राम सौंफ, खुर्फा बीज और काहू के बीजों को पीसकर चूर्ण बना लें और लगभग एक चुटकी चूर्ण को पानी में मिलाकर सुबह-शाम सेवन करें। इससे अनिद्रा दूर होकर नींद अच्छी आती है।
जिसे नींद अधिक आती हो, हर समय सुस्ती रहती हो उसे 10 ग्राम सौंफ को आधा लीटर पानी में उबालकर चौथाई रहने पर थोड़ा सा नमक मिलाकर सुबह-शाम पीने से नींद का न आना दूर होता है।
40. दही : दही में सौंफ, चीनी और पिसी हुई कालीमिर्च मिलाकर खाने से नींद अच्छी आती है।
41. मेथी : मेथी का एक इंच मोटा तकिया बनाकर तकिये पर रखकर सोने से गहरी नींद आती है।
42. बरगद : बरगद के पत्ते को छाया में सुखाकर मोटा-मोटा कूटकर एक लीटर पानी में पकाएं और एक चौथाई पानी बच जाने पर इसमें एक ग्राम नमक मिलाकर सुबह-शाम सेवन करें। इससे हर समय आलस्य आना और नींद का आना दूर होता है।
43. तुलसी : तुलसी के 5 पत्तों को खाने और सोते समय तकिए के आस-पास फैलाकर रखने से इसकी गंध से नींद अच्छी आती है।
44. प्याज : कच्चा प्याज या पकाया हुआ प्याज का रस निकालकर 4 चम्मच रस पीने से अच्छी नींद आती है।
45. पुनर्नवा : लगभग 50 से 100 मिलीलीटर पुनर्नवा का काढ़ा पीने से रोगी को नींद का न आना बन्द होता है।
46. भांग :
तलवों पर भांग का लेप बनाकर लगाने से अच्छी नींद आती है।
भांग के अत्यधिक सेवन से नींद बहुत अच्छी आती है। जिन दशाओं में अफीम के सेवन से नींद नहीं होती है उस स्थिति में भांग का सेवन अधिक अच्छा होता है क्योंकि इसके प्रयोग से कब्ज दूर होती है।
अन्य चिकित्सा :
ठीक समय पर सोना और जागना : नींद की मात्रा उम्र के साथ-साथ घटती बढ़ती रहती है। नवजात शिशु 18 घंटे तक, 10-12 साल का किशोर 9 से 10 घंटे तथा वयस्क व्यक्ति को 7 से 8 घंटे की नींद पर्याप्त मात्रा में मानी गई है। प्रत्येक व्यक्ति को एक निश्चित समय पर सोना और जागना चाहिए।
सोने से पहले चिन्तन करना : सोने से एक या दो घंटे पहले दिन भर के कार्य का चिन्तन कर लेना चाहिए। ऐसा करने पर दिमाग तनाव रहित हो जाता है और नींद अच्छी आती है।
आरामदायक नींद की व्यवस्था : आराम से सोने के लिए आपका बिस्तर आरामदायक होना बहुत जरूरी है। रोशनी तथा अपने पहने हुए कपड़ों से किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए। इस तरह से नींद अच्छी आती है।
व्यायाम करना :
प्रतिदिन शाम होने से पहले हल्का-फुल्का व्यायाम करने से नींद अच्छी आती है।
गर्म पानी से स्नान करना : सोने से 4 घंटे पहले यदि गर्म पानी से नहा लिया जाए तो नींद अच्छी आती है।
भगवान का नाम लेना :
सोते समय भगवान का नाम लेने से नींद अच्छी आती है।
मालिश : सोने से पूर्व रीढ़ की हड्डी, कंधों और गरदन की मालिश अच्छी तरह से दबाकर 10 मिनट तक कराने से शरीर को आराम मिलता है जिससे नींद अच्छी आती है।

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