आनन्ददायक यूनानी नुस्खें (Greek pleasurable Nusken)
आनन्ददायक यूनानी नुस्खें (Greek pleasurable Nusken)
परिचयः-
सेक्स क्षमता में अभाव हो जाने के कारण यह ‘जोफबाह’ कहलाता है। जोफबाह के होने पर मनुष्य के दिमाग में संभोग करने की इच्छा पैदा हो जाती है परन्तु उसके लिंग में तनाव की कमी होती है। उसके लिंग में उत्तेजना जब आती है तब वह स्त्री से संभोग बनाने की कोशिश करता है परन्तु स्त्री से संबंध बनाने से पहले ही उसका वीर्य निकल जाता है। इस रोग से पीड़ित लोगों को भी स्त्री के पास जाने से भी घबराहट होने लगती है। उनके हाथ और पैरों में कंपन पैदा होने लगती है। शरीर से अधिक मात्रा में पसीना निकलने लगता है तथा उनके हृदय की धड़कन तेजी से बढ़ने लगती है। इस रोग से बचने के लिए कुछ यूनानी चिकित्सा कर सकते हैं।
चिकित्साः-
गाय का दूधः- 250 ग्राम गाय के दूध में 2 गोली हब्बे अंबर मोमियाई की उबाल लें। दूध ठंडा हो जाने पर इसको पी लें। फिर इसके बाद 40 ग्राम मवीज का इस्तेमाल करें। इनको शाम के समय लेना चाहिए। रोजाना इसका प्रयोग करने से किसी भी वजह से पैदा हुआ जोफबाह का रोग समाप्त हो जाता है।बबूलः- बबूल का गोद 10 ग्राम, असली मोमियाई 30 ग्राम और मिश्री 40 ग्राम- इन सबको कूटकर गुलाब के अर्क के साथ बारीक पीस लें। इसके सूख जाने पर मटर के दाने के समान छोटी-छोटी बारीक गोलियां बना लें। नियमित रुप से एक गोली माउल अस्ल या माउल्लहम के साथ मिलाकर लेनी चाहिए। इसका रोजाना प्रयोग करने से किसी वजह से पैदा हुआ रोग जोफबाह दूर हो जाता है।गाजर के बीजः- गाजर के बीज 3 ग्राम, बिसवासा 6 ग्राम, ऊदगर्की 6 ग्राम, लौंग 3 ग्राम, फिटकरी 2 ग्राम और 1 किलो अजवायन- इन सभी को अलग-अलग बारीक कूटकर आपस में मिला लें। फिर आधा किलो शहद में इस चूर्ण को अच्छी तरह से मिलाकर रख लें। एक-एक चम्मच चटनी सुबह और शाम खाकर ऊपर से दूध भी पिएं। इसके रोजाना इस्तेमाल करने से जोफबाह जैसे रोग भी शीघ्र ही समाप्त हो जाते हैं।जामुन और बबूलः- जामुन और बबूल की सूखी छाल, कुंदर, भांग के बीज, गुलनार फारसी तथा जुफ्त बलूत- इन सभी को 6-6 ग्राम की मात्रा में लेकर बारीक कूट लें। फिर इसमें 9 ग्राम इसबगोल की भूसी डाल दें। इन सबको अच्छी तरह से मिलाकर इसकी 5 खुराक बना लें। रोजाना एक बार एक खुराक खाकर ऊपर से बकरी का दूध पी जाएं। कई महिनों तक इसका प्रयोग करना चाहिए। रात को होने वाले वीर्य पतन से पैदा हुआ जोफबाह रोग ठीक हो जाता है।खुरासानी अजवायनः- खुरासानी अजवायन, खीरे के बीज, काहू के बीज, कासनी के बीज तथा सूखा धनिया 6-6 ग्राम और 3 ग्राम नीलोफर के फूल- इन सबको मिलाकर कूट-पीसकर बारीक कर लें। फिर इसकी 6 हिस्से बना लें। एक हिस्से में 7 ग्राम इसबगोल तथा एक गिलास शरबत खसखस डालकर पी जाएं। यह चिकित्सा हस्तमैथुन द्वारा उत्पन्न जोफबाह के रोग की समस्या को दूर कर देती है।माजूनकलाः- माजूनकला 7 ग्राम तथा 2 चावल जौहरबीन को एक साथ मिलाकर खा लें। इसके बाद अर्क पान 60 ग्राम, अर्क इलायची 60 ग्राम और शरबत सेब- इन सभी को मिलाकर पी लें। इसके प्रयोग करने से सभी तरह का जोफबाह रोग समाप्त हो जाता है।