loading...
loading...

महिलाओं के यौन रोग :-चक्कर आने के कारण और घरेलु इलाज Due to dizziness and home remedies


    चक्कर आने के कारण और घरेलु इलाज

   Due to dizziness and home remedies



परिचय :

           दिमाग में खून पर्याप्त मात्रा में न पहुंचने पर चक्कर आते हैं। इसके अलावा रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) का ज्यादा या कम होने पर भी चक्कर आते हैं। कान के बीच में सूजन होने पर भी चक्कर आते हैं। पुरानी कब्जगर्मीखून की कमीधूप में घूमना, अधिक संभोग करना, अधिक हस्तमैथुन करना, स्त्रियों में मासिक धर्म (एम.सी) की खराबी और अधिक थकावट आदि कारणों से भी चक्कर आते हैं।

लक्षण :

          इस रोग में आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है, सामने की वस्तुएं घूमती दिखाई देती है और चक्कर आने के साथ रोगी बेहोश होकर गिर जाता है। सिर का चकराना कुछ देर बाद बन्द हो जाता है।
विभिन्न औषधियों से उपचार-
1. लौंग : 2 लौंग को 2 कप पानी में डालकर उबालकर पीने से चक्कर आना बन्द होते हैं।
2. मुनक्का : लगभग 4 या 5 मुनक्के को पानी में मथकर पीने से चक्कर आना बन्द हो जाते हैं।
3. सौंफ : सौंफ को पीसकर सिर पर लगाने से गर्मी के कारण आने वाले चक्कर और सिर दर्द ठीक हो जाते हैं।
4. हल्दी : कच्ची (ताजी) हल्दी पीसकर सिर पर लेप की तरह लगाने से चक्कर आना बन्द हो जाते हैं।
5. प्याज : प्याज के रस को सूंघने से चक्कर आना ठीक हो जाता है।
6. तुलसी :
  • तुलसी के पत्तों का रस 5 बूंद और चीनी एक चम्मच आधा कप पानी में मिलाकर सेवन करने से लू के मौसम में चलने वाली गर्म हवा नहीं लगती है तथा चक्कर नहीं आते हैं।
  • तुलसी का रस, अदरक का रस और शहद मिलाकर पीने से चक्कर आने बन्द हो जाते हैं।
7. इलायची : छोटी इलायची के काढ़े को गुड़ में मिलाकर सुबह-शाम पीने से बार-बार चक्कर आना बन्द हो जाता है।
8. बच : लगभग 5-5 ग्राम की मात्रा में बच, तोरई और सोंठ कूटकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में लगभग 5 ग्राम अफीम मिलाकर पानी में पीसकर सिर पर लेप की तरह लगाएं। इससे बार-बार चक्कर आने की परेशानी दूर हो जाती है।
9. आंवला :
  • आंवले के मुरब्बे को चांदी के एक बर्क में लपेटकर सुबह के समय खाली पेट खाने से चक्कर आना बन्द हो जाता है।
  • लगभग 6-6 ग्राम सूखे आंवले और सूखे धनिये को मोटा-मोटा कूटकर रात को सोते समय 100 मिलीलीटर पानी में भिगोकर रख दें और सुबह मसलकर छानकर इसमें चीनी मिलाकर सेवन करें। यह चक्कर, प्यास व गर्मी को शान्त करता है।
10. .इमली : लगभग 25 ग्राम बिना बीज की इमली को 125 मिलीलीटर पानी में एक घंटे तक भिगोने के बाद मसलकर इसमें खांड़ मिलाकर सुबह-शाम पीने से चक्कर आना बन्द हो जाता है।
11. हरड़ : हरड़ के एक मुरब्बा में लगभग 3 ग्राम धनिया और लगभग 1 ग्राम छोटी इलायची पीसकर मिलाकर सुबह-शाम खाने से चक्कर आना बन्द हो जाता है।
12. मेंहदी : मेंहदी के 3 ग्राम बीजों को शहद के साथ चाटने से लाभ होता है और इसके फूलों का काढ़ा बनाकर पीने से भी लाभ मिलता है। इस औषधि का सेवन करने के तुरन्त बाद ही गेहूं की रोटी, खांड़ और घी मिलाकर खाने से सिर का चकराने का रोग समाप्त हो जाता है।
13. हींग : घी में सेंकी हुई हींग को घी के साथ खाने से गर्भावस्था के दौरान आने वाले चक्कर और दर्द खत्म हो जाते हैं।
14. धनिया : आंवले और हरे धनिये के रस को पानी में मिलाकर पीने से चक्कर आना बन्द हो जाता है।
15. चीनी : चीनी और सूखा धनिया 2-2 चम्मच मिलाकर चबाने से चक्कर आना बन्द हो जाता है।
16. आंवला : यदि गर्मी के कारण चक्कर आते हों व जी मिचलाता हो तो आंवले का शर्बत पीना चाहिए।
17. मुनक्का : लगभग 20 ग्राम मुनक्का को घी में सेंककर सेंधानमक डालकर खाने से चक्कर आने बन्द होते हैं।
18. भांगरा : भांगरा का रस 4 ग्राम, चीनी 3 ग्राम को मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से थोड़े ही दिनों में दुर्बलता दूर हो जाती है तथा चक्कर आने बन्द हो जाते हैं।
19. कॉफी : समुद्र यात्रा के दौरान होने वाली उल्टियों और चक्करों से बचने के लिए जहाज में सवार होने के लगभग एक घंटे पहले तेज कॉफी पीना चाहिए तथा बोतल में काफी भरकर अपने साथ रखना चाहिए ताकि यात्रा के समय कॉफी पी सकें। इससे समुद्री यात्रा के दौरान आने वाले चक्कर बन्द होते हैं।
20. नींबू : एक कप गर्म पानी में लगभग 2 चम्मच नींबू का रस मिलाकर पीने से चक्कर आना बन्द होता है।
20. कालीमिर्च :
  • कालीमिर्च चबाने से जी नहीं मिचलाता और चक्कर नहीं आते।
  • कालीमिर्च का चूर्ण, चीनी और घी में मिलाकर सेवन करने से सिर का चकराना व भ्रम आदि दूर होता है।
Theme images by konradlew. Powered by Blogger.